कोई बात नहीं ...नये ज़माने के सोच के साथ हमें भी चलना पड़ेगा लेकिन दो तीन बातों का ध्यान तो रखना ही पड़ेगा....
1 ज़रूर जानकारी रखिये कि वह कहाँ जा रही है. ऐसे नहीं चलेगा कि मुझे अभी पता नहीं कि पार्टी कहाँ है.
2 यदि वह मोबाइल रखती है तो ठीक वरना उसकी किसी सहेली या वहाँ मौजूद रहने वाले किसी साथी का मोबाइल नम्बर आपके पास ज़रूर होना चाहिये.
3 ध्यान रहे कि वह ऐसी पार्टी में न जाए जहाँ मद्यपान हो सकता है. क्योंकि वहीं जाकर बात बिगड़ती है.
4 नये ज़माने का परिधान समय की मांग करता है लेकिन ध्यान रहे आपकी बेटी ऐसे कपड़े पहने जिसमें गरिमा हो और वह किसी भी तरह से देह प्रदर्शन की श्रेणी में न आते हों.
5 इस बात की ख़बर रखना भी आवश्यक है कि क्या आपकी बेटी की कोई सहेली भी
आज पार्टी में जा रही है और उसके अभिभावकों को जानकारी है या नहीं.हो सके तो अपनी बेटी की सहेली के पेरेंट्स का फ़ोन/मोबाइल नम्बर नोट कर रखिये.
6 आख़िरी बात....सुनिश्चित कीजिये कि आपकी बेटी पार्टी ख़त्म होते ही सीधे घर आए...फ़ेण्ड के यहाँ रूक रही हूँ ..सुबह आ जाऊंगी न....यह सब बिल्कुल स्वीकार्य न हो.
आशा है आप मेरी बात को अन्यथा न लेंगे...मज़े से और सुरक्षित मने नया साल !
शुभकामनाएँ...आप तमाम ख़ुशियों से हों मालामाल.
1 ज़रूर जानकारी रखिये कि वह कहाँ जा रही है. ऐसे नहीं चलेगा कि मुझे अभी पता नहीं कि पार्टी कहाँ है.
2 यदि वह मोबाइल रखती है तो ठीक वरना उसकी किसी सहेली या वहाँ मौजूद रहने वाले किसी साथी का मोबाइल नम्बर आपके पास ज़रूर होना चाहिये.
3 ध्यान रहे कि वह ऐसी पार्टी में न जाए जहाँ मद्यपान हो सकता है. क्योंकि वहीं जाकर बात बिगड़ती है.
4 नये ज़माने का परिधान समय की मांग करता है लेकिन ध्यान रहे आपकी बेटी ऐसे कपड़े पहने जिसमें गरिमा हो और वह किसी भी तरह से देह प्रदर्शन की श्रेणी में न आते हों.
5 इस बात की ख़बर रखना भी आवश्यक है कि क्या आपकी बेटी की कोई सहेली भी
आज पार्टी में जा रही है और उसके अभिभावकों को जानकारी है या नहीं.हो सके तो अपनी बेटी की सहेली के पेरेंट्स का फ़ोन/मोबाइल नम्बर नोट कर रखिये.
6 आख़िरी बात....सुनिश्चित कीजिये कि आपकी बेटी पार्टी ख़त्म होते ही सीधे घर आए...फ़ेण्ड के यहाँ रूक रही हूँ ..सुबह आ जाऊंगी न....यह सब बिल्कुल स्वीकार्य न हो.
आशा है आप मेरी बात को अन्यथा न लेंगे...मज़े से और सुरक्षित मने नया साल !
शुभकामनाएँ...आप तमाम ख़ुशियों से हों मालामाल.
Maaf kijiyega....ye lekh padke bohot dukh hua...
ReplyDeleteaagar isme bitiya ki jgeha APKA BACCHA...YA BETA AUR BETI hote to bohot khushi hoti...kyunki kahi gyi baate thik ha lekin sirf beti ka hi nhi bete ka dhyan rakhna bhi zaroori ha....
उचित सलाह..बेटे बेटियों दोनों के लिए.
ReplyDeleteवर्ष २०१० मे हर माह एक नया हिंदी चिट्ठा किसी नए व्यक्ति से भी शुरू करवाने का संकल्प लें और हिंदी चिट्ठों की संख्या बढ़ाने और विविधता प्रदान करने में योगदान करें।
- यही हिंदी की सच्ची सेवा है।-
नववर्ष की बहुत बधाई एवं अनेक शुभकामनाएँ!
समीर लाल
उड़न तश्तरी
अच्छी सलाह .. आपके और आपके पूरे परिवार के लिए नया वर्ष मंगलमय हो !!
ReplyDeleteशबनम आपा,
ReplyDeleteआपकी बात ठीक है...किसी भी माँ को बेटी/बेटे को एक जैसी चिंता होती है. लेकिन बेटी की ज़रा ज़्यादा...
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteआपकी बात बहुत लाज़मी है. शायद आपकी बात का अंडरकरंट ये है कि आजकल के बच्चे तो ज़िम्मेदार हैं ही लेकिन उनकी वालदैन को भी कुछ सतर्कता बरतनी चाहिये...
ReplyDeleteसिर्फ बेटियो को सलाद देकर आपने उन्हें छोटा और बेवकूफ साबित किया है साथ ही ये भी कह डाला है कि लड़कियों को लेकर ज्यदा सावधानी के ज़रुरत है। ये अलग बात है कि ये सही है लेकिन ये सलाह सिर्फ लड़कियों को ही क्यों
ReplyDeleteनया वर्ष हो सबको शुभ!
ReplyDeleteजाओ बीते वर्ष
नए वर्ष की नई सुबह में
महके हृदय तुम्हारा!
सुझाव अनुकरणीय हैं!
ReplyDeleteआपकी सलाह बहुत अच्छी है, बेटा और बेटी दोनों के लिए, बेटी का थोडा ज्यादा ख्याल रखना पड़ता है, बदमाशो की कमी नहीं है,
ReplyDeleteनववर्ष की शुभकामनाओं के साथ ब्लाग जगत में द्वीपांतर परिवार आपका स्वागत करता है।
ReplyDeleteप्रिय मित्र ,
ReplyDeleteपरमपिता , परमेश्वर , जगत्स्वामी , जगेश , सर्त्रव्यापी इश्वर आप सभी को सपरिवार सकुशल ,सुरक्षित एवं आयुष्मान रखे . आप सबकी समस्त आशाओं को ,अभिलाषाओं को एवम स्वपनों को साकार करे.
आपको नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं !
कुछ फूल, कुछ सितारे और एक चाँद
थोड़ी सी चाँदनी , नर्म धूप की महक
धनवर्षा, दहलीज़ पे किस्मत की दस्तक
मुंडेर पर चुग्गा चुगती चिड़ियों की चहक
घर में चहकते बच्चे , बतियाते माँ बाप
चिरागों के बजाये जलते हुए आफ़ताब
हर चीज़ में बरक्कत , हर शै में इजाफा
हर मुश्किल तलाशती खुद अपना ही जवाब
नई सुबह जब आसमान से एक नया सूरज
धकेल पाँव से निकले जब अँधेरे की चादर
नए साल की पहली सुनहरी किरन "दीपक"
मुबारक़ बन के आगोश में ले ले तुम्हें आकर
नया साल मुबारक़
नया साल मुबारक़
नया साल मुबारक़
aap sab ko navvarsh 2010 ki haardik mangalmay shubhkaamnaaye.
ALL RIGHT RESERVED @DEEPAK SHARMA
http://www.kavideepaksharma.com
http://kavidepaksharma.blogspot.com
सुझाव अनुकरणीय हैं!...नव वर्ष की शुभकामनाओं के साथ
ReplyDeleteहिंदी ब्लाग लेखन के लिये स्वागत और बधाई । अन्य ब्लागों को भी पढ़ें और अपनी बहुमूल्य टिप्पणियां देने का कष्ट करें
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